सोमवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में प्रदेश के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए प्रत्येक जिले के जिलाधिकारियों को टीम गठन करने के लिए निर्देश दिए।
बता दें कि सीएस रतूड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिए गए निर्देशों के तहत सचिवालय में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि आग की घटनाओं को रोकने के लिए कार्ययोजनाएं बनाई गई हैं। राज्य के प्रत्येक जिले के जिलाधिकारियों को टीम गठन करने के निर्देश दिए। तथा जो भी जंगल में आग की गतिविधियों में पाया जाए इसके खिलाफ गुंडा एक्ट लगाया जाएगा और ऐसे व्यक्तियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
साथ ही सीएस रतूड़ी ने बताया कि शासन ने जंगलों की आग को नियंत्रित करने में लापरवाही बरतने पर अल्मोड़ा वन प्रभाग के अंतर्गत जोरासी के रेंज अधिकारी गोपाल दत्त जोशी को प्रभागीय कार्यालय से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि जंगलों की आग रोकने के कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। जंगलों की आग पर नियंत्रण पाने को आइआइटी रुड़की की सहायता से क्लाउड सीडिंग के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है।
वहीं आग बुझाने के लिए आपदा प्रबंधन अधिकारी, डीएफओ, पुलिस अधिकारियों व फायर वाचर की ये टीम लगी हैं। इनकी सहायता के लिए युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, पीआरडी कर्मी, होमगार्ड, पीएसी जवान व स्वयं सहायता समूहों को लगाया जाएगा। आपको बता दें कि आग लगाने की घटनाओं में लिप्त व्यक्तियों पर फारेस्ट एक्ट व वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी। साथ ही निजी संपत्ति क्षतिपूर्ति एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जंगलों की आग से प्रभावित स्थानों पर हेलीकाप्टर की सहायता से पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।