गुरुवार को वन मंत्री सुबोध उनियाल ने राजाजी टाइगर रिजर्व के प्रमुख की नियुक्ति के लिए सभी को दरकिनार करने की खबरों का खंडन करते हुए इसे तथ्यहीन बताया। उन्होंने साफ कहा है कि सीएम धामी के राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक की नियुक्ति के लिए मंत्री और मुख्य सचिव को दरकिनार करने संबंधी मीडिया रिपोर्ट बेबुनियाद है और यह तथ्य बिलकुल गलत है क्योंकि यह निर्णय उनकी और सीएम की सहमति के बाद लिया गया है।
बता दें कि मंत्री उनियाल ने कहा, “मीडिया में ऐसी रिपोर्ट आई है कि सीएम ने राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक की नियुक्ति के लिए मंत्री, मुख्य सचिव और बाकी सभी को दरकिनार कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह खबर बिल्कुल बेबुनियाद है। इसमें कोई सत्यता नही है। मंत्री उनियाल ने कहा कि नियुक्ति संबंधित निर्णय मेरे और सीएम धामी की सहमति से लिया गया है।
साथ ही विभागीय मंत्री उनियाल ने कहा कि ये निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है, यह सीएम और मेरी सहमति के बाद किया गया है। जहां तक सीबीआई जांच की मीडिया रिपोर्ट का सवाल है, तो कई मामलों में कई लोगों के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है। उनके खिलाफ कुछ पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की गई है। सीबीआई जांच का मतलब यह नहीं है कि विभाग में सभी को दोषी माना जाए।” मीडिया रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि सीएम धामी ने राजाजी टाइगर रिजर्व के प्रमुख को नियुक्त किया, जिन्हें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के प्रमुख पद से हटा दिया गया था।